Income Tax (आयकर) : आजकल हर नौकरीपेशा व्यक्ति अपनी आय पर टैक्स चुकता करता है, जो उसकी कुल कमाई का एक बड़ा हिस्सा होता है। ऐसे में अगर आप भी अपनी आमदनी पर टैक्स से बचना चाहते हैं, तो आपको कुछ स्मार्ट तरीके अपनाने होंगे। टैक्स बचाने के लिए सरकारी योजना और विभिन्न कर लाभों का सही उपयोग करना बेहद जरूरी है। इस लेख में हम आपको 5 ऐसे जबरदस्त तरीके बताएंगे, जिनकी मदद से आप अपनी कमाई पर टैक्स बचा सकते हैं।आइए, जानते हैं ये तरीके जो आपके लिए फायदेमंद हो सकते हैं।
Income Tax : धारा 80C के तहत निवेश करें
धारा 80C के तहत आपको कई प्रकार के निवेश विकल्प मिलते हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख विकल्पों का चयन करके आप अपनी टैक्स लाइबिलिटी को कम कर सकते हैं। यह एक बेहतरीन तरीका है जो हर नौकरीपेशा व्यक्ति के लिए फायदेमंद हो सकता है।
इस योजना के तहत आप जो निवेश कर सकते हैं:
- पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF)
- राष्ट्रीय पेंशन योजना (NPS)
- एलआईसी पॉलिसी
- कर्मचारी भविष्य निधि (EPF)
- 5 साल के लिए पोस्ट ऑफिस सेविंग्स स्कीम
- ELSS (इक्विटी लिंक्ड सेविंग्स स्कीम)
इन विकल्पों में निवेश करने से आपको हर साल ₹1.5 लाख तक की टैक्स छूट मिल सकती है। यही नहीं, ये योजनाएं आपको भविष्य में सुरक्षा भी प्रदान करती हैं।
और देखें : Home Loan वालों को कितने लाख की मिलती है Income Tax छूट
आयकर : धारा 80D, स्वास्थ्य बीमा पर टैक्स बचाएं
स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम की भरपाई के लिए धारा 80D एक बेहतरीन विकल्प है। अगर आपने खुद का या अपने परिवार का स्वास्थ्य बीमा कराया है, तो उस पर भी टैक्स बचाया जा सकता है।
क्या-क्या लाभ होते हैं:
- स्वयं और परिवार के लिए: आपको ₹25,000 तक का टैक्स लाभ मिल सकता है, जो कि आपके परिवार में 60 वर्ष से कम आयु वाले सदस्य के लिए है।
- वरिष्ठ नागरिकों के लिए: यदि आपके परिवार में वरिष्ठ नागरिक हैं (60 वर्ष या उससे ऊपर), तो टैक्स छूट ₹50,000 तक हो सकती है।
यह योजना न केवल आपको टैक्स बचाने में मदद करती है, बल्कि भविष्य में स्वास्थ्य संबंधी खर्चों से भी सुरक्षा देती है।
आयकर : धारा 24(b), गृह ऋण पर टैक्स लाभ
घर खरीदने के लिए लिया गया ऋण भी टैक्स बचाने का एक प्रभावी तरीका है। यदि आपने गृह ऋण लिया है, तो उसकी ब्याज पर आपको टैक्स छूट मिल सकती है।
इस योजना के तहत आपको जो लाभ मिलते हैं:
- ब्याज पर छूट: धारा 24(b) के तहत आप गृह ऋण के ब्याज पर ₹2 लाख तक की छूट प्राप्त कर सकते हैं।
- प्रिंसिपल भुगतान पर छूट: इसके अलावा, यदि आपने गृह ऋण का मूलधन चुकाया है, तो धारा 80C के तहत ₹1.5 लाख तक की छूट मिल सकती है।
इस योजना का लाभ तब मिलता है जब आप अपना घर बना रहे हैं या नया घर खरीदने के लिए ऋण ले रहे हैं।
Income Tax : कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) और पेंशन योजना में निवेश करें
कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) और पेंशन योजनाओं में निवेश करने से भी टैक्स बचाया जा सकता है। अगर आप सरकारी या निजी क्षेत्र में नौकरी कर रहे हैं, तो आपके वेतन से हर महीने EPF में कुछ हिस्सा कटता है।
इस निवेश के लाभ:
- EPF में निवेश: आपकी पूरी राशि (संचय, ब्याज और अतिरिक्त योगदान) टैक्स से मुक्त होती है।
- पेंशन योजना: यदि आप पेंशन योजना में योगदान करते हैं, तो यह भी टैक्स बचाने का एक तरीका है।
इन योजनाओं के तहत निवेश करने से न केवल टैक्स बचता है, बल्कि भविष्य के लिए एक पक्का फंड भी बनता है।
Income Tax : स्वतंत्र पेशेवरों के लिए अलग-अलग छूट
अगर आप एक फ्रीलांसर हैं या अपना व्यवसाय चलाते हैं, तो आपको अलग-अलग टैक्स छूट मिलती हैं।
इस छूट का फायदा कैसे उठाएं:
- उधारी से संबंधित छूट: यदि आपने कोई सेवाएं या माल उधारी पर दिया है, तो आपको उधारी पर मिलने वाली राशि से संबंधित टैक्स में राहत मिल सकती है।
- ऑफिस खर्चों की छूट: आप अपनी व्यवसायिक कार्यों के लिए होने वाले खर्चों को टैक्स छूट में शामिल कर सकते हैं।
इन लाभों का उपयोग करके आप अपने टैक्स को कम कर सकते हैं।
टैक्स बचाने से जुड़ी सामान्य प्रश्न (FAQ)
1. क्या धारा 80C के तहत ₹1.5 लाख की सीमा को पार किया जा सकता है?
नहीं, धारा 80C के तहत आपको एक वित्तीय वर्ष में ₹1.5 लाख तक ही छूट मिल सकती है। अगर आप इससे अधिक निवेश करते हैं, तो वह टैक्स लाभ के लिए पात्र नहीं होगा।
2. क्या स्वास्थ्य बीमा की छूट सभी के लिए समान है?
नहीं, वरिष्ठ नागरिकों के लिए स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम पर ₹50,000 तक की छूट मिलती है, जबकि अन्य सभी के लिए यह छूट ₹25,000 तक है।
3. क्या गृह ऋण का ब्याज टैक्स के लिए पूरी तरह से कट सकता है?
हां, आप गृह ऋण के ब्याज पर ₹2 लाख तक की टैक्स छूट प्राप्त कर सकते हैं।
निष्कर्ष
यदि आप नौकरीपेशा हैं और टैक्स बचाना चाहते हैं, तो ऊपर दिए गए उपायों का पालन करके आप अपनी आय पर टैक्स बचा सकते हैं। यह आपके वित्तीय भविष्य को सुरक्षित करने में मदद करेगा और आपको अधिक पैसा बचाने का मौका देगा। अपनी आय के स्रोत और कर लाभों के बारे में समझदारी से निर्णय लेना महत्वपूर्ण है। हमेशा सुनिश्चित करें कि आप सरकारी योजनाओं और निवेश विकल्पों का सही उपयोग करें ताकि आपको अधिकतम लाभ मिल सके।
इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य मार्गदर्शन के लिए है। कृपया अपने कर सलाहकार से सलाह लें, ताकि आपको अपनी व्यक्तिगत स्थिति के अनुसार सही सलाह मिल सके।